राजस्थान में बनेंगे 19 नए जिले और 3 नए संभाग : डीडवाना और कुचामन सिटी नागौर के नये जिले
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा विधानसभा में की घोषणा के अनुसार राजस्थान में 19 नए जिले और बांसवाड़ा, पाली, सीकर 3 नए संभाग बनाए जाएंगे। इसी के साथ अब राज्य में 50 जिले और 10 संभाग हो गए हैं। गौरतलब है कि नए जिलों के गठन को लेकर सरकार को सुझाव देने के लिए रिटायर्ड IAS रामलुभाया की अध्यक्षता वाली हाईपावर कमेटी गठित की गई थी।
जयपुर को चार जिलों – जयपुर उत्तर, जयपुर दक्षिण, दूदू और कोटपूतली और जोधपुर को तीन जिलों – जोधपुर पूर्व, जोधपुर पश्चिम और फलोदी में बांटा गया है।
- श्रीगंगानगर से अनूपगढ़,
- बाड़मेर से बालोतरा,
- अजमेर से ब्यावर और केकड़ी,
- भरतपुर से डीग,
- नागौर से डीडवाना-कुचामनसिटी,
- सवाईमाधोपुर से गंगापुर सिटी,
- अलवर से खैरथल,
- सीकर से नीम का थाना,
- उदयपुर से सलूंबर,
- जालोर से सांचोर
- भीलवाड़ा से शाहपुरा नये जिले बनाये गए हैं।
घोषणा में तीन नए संभाग मुख्यालय – सीकर, पाली और बांसवाड़ा बनाए गए हैं। इन मुख्यालयों के तहत कौन-कौन से जिले काम करेंगे, अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है। इसमें अंचल का खास ध्यान रखते हुए शेखावाटी से सीकर, मारवाड़ से पाली और मेवाड़ के आदिवासी बेल्ट से बांसवाड़ा को संभाग बनाया गया है।
राजस्थान के सभी 50 जिले और सम्भाग
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15 साल बाद नये जिलों की घोषणा, वसुंधरा राजे के कार्यकाल में सबसे आखिरी जिला बना था प्रतापगढ़
नए जिलों की घोषणा 15 साल बाद हुई है। 26 जनवरी 2008 को प्रतापगढ़ राजस्थान का 33वां जिला बनाया गया था। राजस्थान का 7 वां संभाग भरतपुर की आखिरी घोषणा भी 2005 को हुई थी। (4 जून, 2005 )
राजस्थान में 1 नवंम्बर 1956 को कुल 26 जिले थे।
- 26 वां जिला – अजमेर-1 नवंम्बर, 1956
- 27 वां जिला – धौलपुर – 15 अप्रैल, 1982 को यह भरतपुर से
- 28 वां जिला – बांरा – 10 अप्रैल, 1991 को यह कोटा से
- 29 वां जिला – दौसा – 10 अप्रैल,1991 को यह जयपुर से
- 30 वां जिला – राजसंमद – 10 अप्रैल, 1991 को यह उदयपुर से
- 31 वां जिला – हनुमानगढ़ – 12 जुलाई, 1994, यह श्री गंगानगर से
- 32 वां जिला – करौली – 19 जुलाई, 1997, को यह सवाई माधोपुर से
- 33 वां जिला – प्रतापगढ़ – 26 जनवरी,2008 को यह तीन जिलों बांसवाडा, चितौडगढ़ व उदयपुर से बने थे।